मेरी पत्नी को हमारे अपार्टमेंट के बगल में रहने वाले अकेले आदमी के साथ रहने के तौर-तरीकों को लेकर हमेशा शिकायत रहती थी। - - साझा स्थानों पर धूम्रपान करने से लेकर सप्ताह के उन दिनों तक जब कचरा बाहर निकाला जाता है, सामुदायिक सहयोग गतिविधियाँ, इत्यादि... - एक शांतिवादी होने के नाते, मैंने उसे बहुत अधिक परेशानी पैदा न करने के लिए कहकर शांत करने की कोशिश की। - - एक दिन, मेरी पत्नी, जो पड़ोस एसोसिएशन की एक अधिकारी है, जाहिरा तौर पर महिला वर्ग की ओर से विरोध करने के लिए श्री मियाशिता के कमरे में अकेली गई थी। - - उस दिन के बाद मुझे अपनी पत्नी की हालत में साफ बदलाव नजर आने लगा।